नई दिल्ली। स्काईरूट एयरोस्पेस ने शुक्रवार को भारत के पहले निजी तौर पर निर्मित रॉकेट विक्रम-एस को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित कर इतिहास रच दिया. सफल प्रक्षेपण भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में निजी क्षेत्र के प्रवेश को चिह्नित करता है, जो अब तक सरकार द्वारा नियंत्रित और वित्त पोषित रहा है। श्रीहरिकोटा में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के ध्वनि रॉकेट परिसर से विक्रम-एस रॉकेट लॉन्च किया गया। रॉकेट को तीन ग्राहक पेलोड के साथ 90 किलोमीटर से अधिक की ऊंचाई पर अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। कंपनी ने कहा कि विक्रम-एस रॉकेट ने ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक मैक 5 की गति हासिल करते हुए 89.9 किलोमीटर की ऊंचाई को छुआ। लॉन्च वाहनों ने मिशन के सभी मानकों को पूरा किया, जिससे कंपनी के लिए अगले साल विक्रम-I रॉकेट लॉन्च करने का रास्ता साफ हो गया।