पुलिस अधिकारियों पर धमकाने और दुर्व्यवहार के आरोप
जालंधर में मासूम बच्ची की हत्या से जुड़ा मामला अब पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर बड़े विवाद में बदल गया है। पीड़ित परिवार ने स्थानीय DSP और SHO पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने न सिर्फ परिवार के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि धमकाया भी कि यदि वे बार-बार मामले के बारे में सवाल पूछते रहे तो उनके लिए “खतरा पैदा कर दिया जाएगा।”
परिवार द्वारा पंजाब DGP को भेजा गया एक विस्तृत पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने पूरी घटना का वर्णन करते हुए पुलिस पर दबाब बनाने और मामले को भटकाने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि हत्या के बाद से वे न्याय की मांग कर रहे हैं, लेकिन जब भी वे केस की प्रगति की जानकारी लेने पुलिस अधिकारियों से मिलते हैं, तो उन्हें डांट-फटकार और धमकियों का सामना करना पड़ता है।
परिजन आरोप लगाते हैं कि SHO और DSP ने कई बार परिवार को चुप रहने के लिए कहा और मीडिया से दूरी बनाने की सलाह दी। पीड़ित पक्ष का दावा है कि अधिकारियों ने उन्हें यह भी कहा कि बार-बार सवाल उठाने से परिवार स्वयं मुश्किल में पड़ सकता है। यह बातें पत्र में स्पष्ट रूप से दर्ज हैं, जो अब सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है।
घटना के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया है। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि यह आरोप निराधार हैं और जांच में किसी तरह का पक्षपात नहीं किया गया है। वहीं, DGP कार्यालय ने पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए कहा है कि मामले की प्राथमिक जांच करवाई जा रही है। यदि किसी अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो कार्रवाई तय है।
![]()













