रांची : स्वर्गीय बंदी उरांव आदिवासी अस्मिता के नायक थे। जीवनपर्यंत उन्होंने आदिवासियों के कल्याण के लिए काम किया और उनकी बेहतरी के लिए संघर्षरत रहे। सोमवार को ये बातें पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने कहीं। वे स्व बंदी उरांव के नाम पर पिपरटोली को इटकी रोड से जोड़ने वाली सड़क के नामकरण समारोह में बोल रही थीं। बिहार सरकार में मंत्री रहे पूर्व आइपीएस अधिकारी तथा राज्य के सम्मानित आदिवासी नेता स्व बंदी उरांव के नाम पर सड़क का नामकरण स्थानीय रीति-रिवाज से किया गया।उन्होंने कहा कि यह सड़क उनकी यशगाथा की गवाही देती रहेगी। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव के साथ सरस्वती, नयनतारा, कैलाश सिंहदेव, विजयलक्ष्मी समेत स्थानीय जनप्रतिधि और ग्रामीण शामिल हुए।