रांची : केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में आयोजित पार्टी की विजय संकल्प महारैली कार्यक्रम में भ्रष्टाचार, घुसपैठ सहित राज्य में व्याप्त जवलंत मुद्दों पर हेमंत सरकार को घेरा। अमित शाह ने कहा कि इस राज्य का मुख्यमंत्री तो आदिवासी है लेकिन यह सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है। इस सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुंच गया है। इस सरकार के समय बिचौलिए, दलाल और आदिवासियों की जमीन हड़पने वाले सक्रिय हैं। श्री शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जिस कल्पना के साथ झारखंड का निर्माण किया था, क्या हेमंत सरकार उस झारखंड के कल्याण के लिए काम कर रही है? इसी धरती पर इतनी खनिज संपदा पड़ी है पूरे भारतवर्ष की गरीबी यहां से मिटाई जा सकती है।अर्जुन मुंडा सरकार को बहुमत नहीं था। बाद में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। रघुवर दास की बहुमत वाली भाजपा सरकार ने शिक्षा, सड़क, विद्युत सभी क्षेत्रों में काम शुरू किए मगर उसके बाद में यहां पर एक ऐसी सरकार आई जिसने झारखंड को तबाह करके रख दिया है। नौकरी के नाम पर युवाओं को, शिक्षा के नाम पर नौनिहालों को, खतियानी नीति के नाम पर आदिवासी समाज को धोखा देने का काम किया है। चाईबासा पूरा क्षेत्र की बंदोबस्ती 1964 में हुई है। सरकार कहती है कि 1932 के खतियान के आधार पर ही नौकरी देंगे तो क्या चाईबासा वालों को नौकरी मिलेगी ? सरकार विभाजन क्यों करना चाहती है। नौकरी की संख्या बढ़ा दो। अगर सरकार में नौकरी की संख्या बढ़ाने का दम नहीं है तो जगह खाली कर दो हम आकर झारखंड का विकास करके राज्य को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। यह आदिवासी और गैर-आदिवासी, आदिवासी और पिछड़ा, क्या लगा रखा है। झारखंड को बर्बाद करने पर क्यों तुले हो भाई। झारखंड वालों ने ही वोट देकर आप को मुख्यमंत्री बनाया और मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरी की पूरी झारखंड सरकार दलाल और लुटेरों के हाथ में देने का काम राज्य सरकार ने किया हैं।श्री शाह ने कहा कि कोल्हान का क्षेत्र अनेक आंदोलनों का क्षेत्र रहा है। यहां अपने अधिकार का संघर्ष, अधिकारों की मांग पुरानी रही है और यह क्षेत्र और यह क्षेत्र हमेशा देश की आजादी के लिए भी अग्रसर रहा है। यहां के आदिवासी वीरों का इतिहास 57 की लड़ाई के पूर्व का रहा है। आज भी हो जनजाति के वीर हुतात्माओं को न केवल कोल्हान बल्कि गुजरात तक पूरा देश नमन करके पूरे सम्मान के साथ याद करता है।अमित शाह ने कहा कि यहां घुसपैठिए जनजातीय बच्चियों से जबरन शादी कर रहे हैं और उसके बाद में उनकी जमीन ऐंठ रहे हैं। हेमंत सरकार को चेतावनी देता हूं कि घुसपैठियों की हिमाकत को रोकिए वरना राज्य की जनता आपको माफ नहीं करेगी। वोट बैंक की लालच जनजाति के हित से कभी बड़ी नहीं हो सकती। आपने तो आदिवासी होकर यह काम किया है। मैं साफ शब्दों में आज यह करने आया कि आदिवासी माता बहनों की रक्षा करना हम सबों की जिम्मेवारी है। आपके दिन समाप्त हो चुके हैं। झारखंड की जनता जाग चुकी है, आप के खिलाफ खड़ी हो रही है। श्री शाह ने कहा कि जब कांग्रेस और उनके सहयोगियों की सरकार चलती थी तो यहां वामपंथी उग्रवाद चरम सीमा पर थी। 2014 में मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने तो हमने सुनियोजित तरीके से विकास और कठोरता से हथियारी ग्रुपों का सामना करने की रणनीति को एक साथ चलाया। 2009 में वामपंथी घटनाएं 2258 थी। 2021 में 500 से कम होकर रह गई। वामपंथी उग्रवाद समाप्ति की ओर जा रहा है। 2022 में लोहरदगा में हमने एक बहुत बड़ा संयुक्त अभियान चलाया। इसके तहत बूढ़ा पहाड़, बिहार का चक्रबंदा, भीमबंदा वहां के दुर्गम क्षेत्रों के अंदर सीआरपीएफ ने एक निर्णायक जीत हासिल की है और उसके साथ साथ वहां स्थाई कैंप भी लगाया गया। ऑपरेशन ऑक्टोपस, ऑपरेशन डबल बुल और ऑपरेशन चक्रबंदा के रूप में तीनों ऑपरेशन ने वामपंथी उग्रवादियों की कमर तोड़कर रख दी है। मोदी जी के नेतृत्व में कुछ ही समय में ये वामपंथी उग्रवाद समाप्ति की ओर जायेगा और झारखंड में विकास का एक नया रास्ता खुलेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और संचालन जेबी तुबिद ने किया।मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि इस बार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चाईबासा लोकसभा सीट के साथ इसके अंतर्गत सभी विधानसभा सीटों पर कमल खिलाने का संकल्प लिया है। 2019 में 14 में से 12 सीटें मिली थीं। इस बार वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में हम सभी 14 की 14 सीटों पर कमल खिलाकर नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनायेंगे। वहीं, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार को यहां की जनता की चिंता नहीं बल्कि अपनी और अपने परिवार की चिंता है। इन्हें पहचानने की जरूरत है। आदिवासियों के नाम पर वोट लेकर हेमंत सोरेन ने प्रदेश में सरकार बनाई और इस सरकार को वर्तमान में लूटेरे और बिचौलिए चला रहे हैं। खनिज संपदा और बालू का दोहन निरंतर जारी है। स्थिति यह है कि गांव में घर बनाने तक को बालू उपलब्ध नहीं है। वहीं, कानून-व्यवस्था की हालत बद से बदतर है। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में आदिवासियों का नरसंहार हो रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दामन आदिवासियों के खून से सने हैं और वह जोहार यात्रा निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोल्हान से ही विजय के लिए उलगुलान होगा।इसी तरह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आदिवासियों के स्वाभिमान और संकल्प को पहले अंग्रेजों और आजादी के बाद कांग्रेस ने कभी नहीं समझा। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में जनजाति समाज के महत्व को समझा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया कि देश के स्वाभिमान को अगर आगे बढ़ाना है तो जनजातीय स्वाभिमान को आगे बढ़ाना होगा। इसी को लेकर 15 नवंबर को बिरसा के जन्मदिन को स्वाभिमान दिवस, गौरव दिवस के रूप में मनाने का मोदी सरकार ने संकल्प लिया। इसके लिए कोल्हान की धरती से हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। देश और जनजातीय समाज मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय सहित कई कार्य जनजातीय समाज के लिए मोदी सरकार कर रही है। केंद्र जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए जो राशि भेजती है झारखंड सरकार उसका दुरुपयोग कर रही है। कोल्हान की धरती वीरों की धरती है। वैसे सपूतों की धरती है जिन्होंने कभी हार नहीं मानी। चाहे वह मुगलों का शासन हो, ब्रिटिश शासन हो। कोल्हान ने सोनी मिट्टी और स्वाभिमान की लड़ाई शुरू से लड़ी। अपने परंपरागत जीवन पद्धति के साथ कभी भी समझौता नहीं किया।सभा को मेनका सरदार,समीर उरांव, विद्युतवरण महतो, नीलकंठ सिंह मुंडा, दिनेशानंद गोस्वामी, सुनील सोरेन तथा मनोज लियांगी ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेन्द्रनाथ त्रिपाठी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह,राष्ट्रीय मंत्री आशा लकड़ा, प्रदेश के महामंत्री सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, प्रदीप वर्मा ,बालमुकुंद सहाय, समीर उरांव, सांसद विद्युतवरण महतो,निशिकान्त दुबे, संजय सेठ, सुदर्शन भगत, बीडी राम, सुनील सिंह, जयंत सिन्हा, सुनील सोरेन,पीएन सिंह, रविन्द्र रायसहित अन्य मंच पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम स्थल में बने हैलीपैड पर गृह मंत्री अमित शाह का चॉपर उतरा जहां उनका स्वागत पार्टी के नेताओं ने किया। इसके बाद वे पश्चिमी सिंहभूम लोक सभा क्षेत्र स्तर की कोर कमिटी की बैठक में शामिल हुए।