रांची : रांची विश्वविद्यालय के पीजी हिन्दी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ जंगबहादुर पांडेय को ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय कोरापुट में विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त किया गया है। यहां डॉ पांडेय को मानदेय के रूप में प्रतिमाह एक लाख दस हजार रुपये दिये जायेंगे। यहां उन्हें अध्ययन और अध्यापन के साथ शोध कार्य और अन्य साहित्यिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियों को भी देखना होगा। गौरतलब है कि डॉ पांडेय वर्ष 2008 में नेहू (उत्तर पूर्वी विश्वविद्यालय शिलांग) में, 2012 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा में और 2013 में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्, नई दिल्ली की ओर से जर्मनी के जोहान्स गुटेनबर्ग, माइन्स में एक सेमेस्टर के लिए अतिथि प्राध्यापक के रूप में अध्यापन कर यश प्राप्त कर चुके हैं।वर्ष 2018 में मारीशस में हुए 11 वें विश्व हिंदी सम्मेलन में भारत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में अपनी सहभागिता प्रदान कर चुके हैं। वे 2 जून से 31 अगस्त तक फिनलैंड के हेलसिंकी विश्वविद्यालय में हिन्दी का अध्यापन कर लौटे हैं। डॉ पाण्डेय भारत की भारती हिन्दी के प्रचार प्रसार के लिए समर्पित प्राध्यापक हैं और उनकी दो दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं।अतिथि प्रोफेसर के रुप में उनकी नियुक्ति से रांची विश्वविद्यालय और झारखंड का मान-सम्मान बढ़ा है। डॉ पांडेय ने अपनी इस नियुक्ति पर कहा है कि यह राष्ट्र भाषा हिंदी की सेवा का सुअवसर है और गुरुजनों और बड़े बुजुर्गों के शुभाशीष का फलाफल है। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ तपन कुमार शाण्डिल्य, रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ अजित कुमार सिन्हा तथा कुलसचिव डा मुकुंद चंद्र मेहता और अन्य शुभैषियों ने डॉ पांडेय को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।