रांची : राज्य सरकार लोगों को उनका हक और अधिकार दे रही है। इससे विपक्ष को घबराहट हो रही है। विपक्ष राजनीति के मैदान में हमसे सक नहीं रहा इसलिए संस्थाओं का दुरुपयोग कर अपना उल्लू सीधा करना चाहता है। सोमवार को ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहीं। वे खतियानी जोहार यात्रा के तहत सरायकेला-खरसावां में आयोजित सभा में बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि विपक्ष झारखण्डवासियों को कमजोर न समझे। यह राज्य आंदोलन की उपज है। उन्होंने कहा कि क्या स्थानीयता की बात करना असंवैधानिक है, झारखंड की नौकरियों पर खतियानी झारखंडियों का हक है यह कहना असंवैधानिक है। एकीकृत बिहार के समय अलग झारखंड राज्य की बात करना भी असंवैधानिक माना जाता था। सच्चाई ये है, कोयला कंपनियां बिना जमीन का पैसा दिए यहां से खनन कर कोयला बेच रही हैं और मुनाफा कमा रही है, यह असंवैधानिक है। हमें आवास के तहत केंद्र से मिलने वाले लाखों घरों का पैसा नहीं देना है असंवैधानिक। आदिवासी धर्म कोड को स्वीकृत नहीं करना असंवैधानिक है। खतियानी जोहार यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पारंपरिक आदिवासी रीति-रिवाज से स्वागत हुआ। उनके साथ मंत्री चंपई सोरेन और राज्य के आला अधिकारी भी थे।