दुमका : राज्य सरकार हर हाल में 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति लागू करेगी। हमारे बच्चों को नौकरी मिले इसलिए सरकार ने खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाकर राज्यपाल को भेजा। पर राज्यपाल ने उसे त्रुटिपूर्ण बताकर लौटा दिया। जबकि ऐसी ही नीति कर्नाटक में बनी तो उसे पारित कर दिया गया। गुरूवार को ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहीं। वे दुमका में झामुमो के 44वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम को स्थापना दिवस के रूप में मनाया गया। उन्होंने कहा कि अजीब स्थिति है। भावी पीढ़ी की सुरक्षा के लिए यह कानून बनना जरूरी है। इसके लिए हम लड़ेंगे। सीएनटी-एसपीटी एक्ट को 1932 के खतियान के जरिये हम मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय नीति को रोकने के लिए ताकतें सक्रिय हो गयी हैं। साजिशें रची जा रही हैं। ऐसी ताकतें झारखंडवासियों को अब भी बोका समझती है। पर अब बोका ऐसे लोगों को सोंटेगा। कार्यक्रम में सीएए और एनआरसी खारिज करने समेत 47 प्रस्ताव पास किये गये।