दयानंद राय
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कहा कि यदि इडी (प्रवर्तन निदेशालय) अपनी जांच निष्पक्ष तरीके से करती है तो पूरा सहयोग करेंगे, पर यदि पक्षपात हुआ तो पूरी ताकत से विरोध करेंगे।वे मुख्यमंत्री आवास में गठबंधन दलों के विधायकों की बैठक के बाद बाहर बने मंच पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं से मुखातिब थे।श्री सोरेन ने कहा कि वृहस्पतिवार को मैं इडी के दफ्तर में गया था। मुझसे आठ घंटे तक सवाल किया गया। यहां मैंने इडी के अधिकारियों से पूछा कि मुझपर जो आरोप लगाये गये हैं क्या वे दो साल के हैं। इसपर उनका जवाब था कि नहीं पहले का भी है।उन्होंने कहा कि हमें इडी की जांच से दिक्कत नहीं है।पर पूरे देश में सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों में ही जांच क्यों हो रही है।उन्होंने कहा कि झामुमो संघर्ष से निकली पार्टी है और संघर्ष हमारा इतिहास रहा है।हम तीर-धनुष वाले लोग हैं, हम गोली-बारूद से नहीं डरते। 2019 के चुनाव में हमने एनडीए को हराया था, 2024 में भी सबक सिखायेंगे।ये हमें डराना चाहते हैं लेकिन इन्हें ये मालूम नहीं कि जब हम अंग्रेजों से नहीं डरे तो इनसे डरने का तो सवाल ही नहीं उठता।उन्होंने कहा कि झारखंड में अब मूलवासी और आदिवासियों का ही राज होगा। देश के हालात क्या हैं यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। झारखंड को षडयंत्र के तहत पिछड़ा बनाकर रखा गया है।मेरी सरकार की लोकप्रियता जैसे-जैसे बढ़ रही है। भाजपा नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है। अपने पाप का ठिकरा वे हमपर फोड़ रहे हैं। हेमंत ने कहा कि सरकार के हर मोर्चे पर बेहतरीन प्रदर्शन से भाजपा को अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती दिख रही है।ऐसे में भाजपा के लोग अपना अस्तित्व बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। ऐसे में विधायक क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को दो तरह से जागरूक करें।पहला योजनाओं के प्रति जागरूक कर हर जरूरतमंद को इसका लाभ दिलाएं, दूसरा भाजपा के षडयंत्र की जानकारी हर गांव और टोले में पहुंचकर लोगों को दें।