गढ़वा : डीसी रमेश घोलप ने शनिवार को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में बेटियों के साथ संस्कृत के क्लास में बैठकर अध्यापन कार्य की गुणवत्ता परखी। इस दौरान उन्होंने स्कूल की बच्चियों की समस्याओं को सुना और उनके निराकरण का आश्वासन दिया। इसके बाद उन्होंने प्रखंड सह अंचल कार्यालय मझिआंव का निरीक्षण कर वहां उपस्थित जनता से संवाद किया। यहां से वे नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे और सफाई कर्मियों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया। गौरतलब है कि आइएएस अधिकारी रमेश घोलप का निजी जीवन संघर्षों से भरा रहा है और उन्होंने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए आइएएस अधिकारी बनने का सफर तय किया है। वे बचपन में अपनी मां के साथ चूड़ियां बेचा करते थे। गरीबी को करीब से देखने के कारण वे सदा आम जनता का दुख दूर करने के लिए तत्पर रहते हैं। जिस जिले में भी इनकी पोस्टिंग होती है वहां वे अपनी कार्यकुशलता के कारण जनता के बीच लोकप्रिय हो जाते हैं। अनाथ बच्चियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर उनका स्कूल में नामांकन करवाना और उनकी बेहतर पढ़ाई की व्यवस्था करने जैसे कार्य वे करते रहते हैं।