हज़ारीबाग : बड़कागांव के गाली गांव के रहने वाले ग्रामीण बालदेव गंझू ने हजारीबाग के एससी-एसटी थाने में दबंगों के खिलाफ घर से खींच कर मारपीट करने, आदिवासी-दलित कहकर प्रताड़ित करने और जान से मारने के लिए भीड़ को उत्तेजित करने का आरोप लगाते हुए 16 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीड़ित का आरोप है कि बीते 13 जनवरी को उसके साथ बहुत बुरे तरीके से मारपीट करते हुए उसे जान से मार देने की कोशिश की गयी। उन्होंने प्राथमिकी में कहा है कि बड़कागांव प्रखंड में गोंदलपुरा खनन परियोजना का कार्य चल रहा है। इस परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण और मुआवजे आदि की जानकारी के लिए कोल कंपनी के कार्यालय में पीड़िता का आना-जाना लगा रहता है। इसी कारण गांव के कुछ दबंगों ने पिछले दिनों पीड़ित समेत अन्य कुछ ग्रामीणों के सामाजिक बहिष्कार की घोषणा कर दी। पीड़ित के अनुसार, गांव के कुछ दबंग ग्रामीणों में इस बात का आक्रोश है कि आदिवासी होकर एक व्यक्ति क्यों आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है। इसी कारण विक्रम महतो, कृष्णा राणा और मनोज महतो ने भीड़ को उग्र करते हुए उसका नेतृत्व किया और पीड़ित पर हमला करते हुए उसे जान से मार देने की कोशिश की। पीड़ित ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचायी। इस घटना के बाद पीड़ित ने आदिवासी होने के कारण किए जा रहे उत्पीड़न का संज्ञान लेते हुए पुलिस से अपनी और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की गुहार लगायी है। पीड़ित ने बताया कि दबंगों द्वारा उसे जान से मारने की कोशिश की गई। पीड़ित ने प्रशासन और समाज से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।नामजद प्राथमिकी विक्रम महतो, कृष्णा राणा, मनोज महतो, चंदन महतो, सिकंदर महतो, गणेश महतो, कुलदीप यादव, उपेंद्र महतो, साजन महतो, कौलेश्वर महतो, विशु महतो, विनीता देवी, गीता देवी, राधा देवी, सरिता देवी और प्रतिमा देवी के खिलाफ दर्ज की गयी है।