डॉ अरूण उरांव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के आठ साल बेमिसाल उपलब्धियों से भरे हुए हैं। बात चाहे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ी साख की हो या फिर देश स्तर पर बुनियादी बदलावों की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने फैसलों से बदलते भारत की पटकथा लिखी है। वे गौरवशाली और आत्मनिर्भर भारत के निर्माता हैं। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त करना, मुस्लिम औरतों के संदर्भ में तीन तलाक को अपराध तय करके कानून लागू करना, नोटबंदी, पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक, जीएसटी, नागरिकता संशोधन कानून, करीब 80 करोड़ भारतीयों को बीते दो साल से मुफ्त अनाज बांटना, गरीबों के लिए पक्का घर और आयुष्मान भारत योजना आदि फैसलों ने साबित किया है कि मोदी सरकार नई नीयत और नीति की सरकार है और प्रधानमंत्री भारत का चेहरा बदलने को प्रतिबद्ध हैं। यह उनके कुशल नेतृत्व का ही कमाल है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन चुकी है। भारत की जीडीपी की वास्तविक विकास दर वर्ष 2022 में 8.2 प्रतिशत है जबकि अमेरिका की 3.7 और फ्रांस की 2.9 है। यही नहीं, भारत की बायो इकोनॉमी बीते आठ साल में आठ गुना बढ़ी है।वर्ष 2014 में भारत की बायो इकोनॉमी 10 बिलियन डॉलर थी जो 2022 में बढ़कर 80 बिलियन डॉलर हो गयी। बदलते भारत में स्टार्ट अप की बात करें तो भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्ट अप वाला देश बन गया है। नासकॉम की रिपोर्ट के अनुसार भारत में वर्ष 2016 से अब तक टेक स्टार्ट अप ने 23 लाख से ज्यादा रोजगार सृजित किए हैं। देश में 100 स्टार्ट अप यूनिकार्न बन चुके हैं। इसके अलावा कोरोना काल में देश ही नहीं पूरी दुनिया के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता देखी। कोरोना काल में देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड ट्रेसिंग एप आरोग्य सेतु विकसित किया गया। इसके 21 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपभोक्ता हैं। देश में 194 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगायी गयी। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिये 22.77 लाख करोड़ से अधिक की राशि सीधे लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर की गयी। डीबीटी से 52 मंत्रालयों में 300 से अधिक की योजनाओं को कवर किया गया।डिजिटल भुगतान की बात करें तो वर्ष 2022 में यूपीआई लेनदेन 1 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया। इस तरह भारत दुनिया में डिजिटल भुगतान लेनदेन मामले में दुनिया में पहले स्थान पर है। भीम यूपीअई अब ग्लोबल हो चुका है और सिंगापुर, यूएई, भूटान तथा नेपाल में भी उपलब्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आठ साल का कार्यकाल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के उनके संकल्प को पूरा करने वाला रहा है। केंद्र सरकार ने महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं शुरू कर उन्हें राहत दी। वैसे तो प्रधानमंत्री की योजनाएं समाज के हर वर्ग के लिए हैं, लेकिन उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की पहल की है, जो महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली है।
लेखक भाजपा एसटी मोर्चा असम के सह प्रभारी हैं