रांची : इंसान की पहचान उसके कार्यों से होती है। दीपक मिट्टी का हो या सोने का यह महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण यह है कि वह प्रकाश कितना देता है। रविवार को ये बातें डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स मीट 2022 के नेशनल कोर्डिनेटर जेपी सूर ने कहीं। वे होटवार स्थित बिरसा मुंडा मेगा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स मीट के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। श्री सूर ने कहा कि इस आयोजन के लिए डीएवी के प्रधानाध्यापकों और एआरओ की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए डीएवी के जोनल कोर्डिनेटर एमके सिन्हा को साधुवाद दिया। इस दौरान डीएवी स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्त़ुति दी। मीट में डीएवी नीरजा सहाय के बच्चों ने वसुधैश कुटुम्बकम का बैनर लहराकर वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया। मीट में झारखंड, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, यूपी, गुजरात एवं महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू कश्मीर, दिल्ली एनसीआर, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और चंडीगढ़, आंध्र प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया। मीट में डीएवी समूह के विद्यालयों के 65 प्रधानाध्यापक तथा झारखंड के छह और बिहार के पांच एआरओ के साथ रांची यूनिवर्सिटी के पीजी हिन्दी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ जंगबहादुर पांडेय और स्कूल की शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा कर्मचारी भी उपस्थित रहे।