पटना : रमजान के मौके पर मुस्लिम कर्मचारियों राहत देने के नीतीश सरकार के फैसले का विरोध कर रही भाजपा पर जदयू ने पलटवार किया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि देश में जो सरकार चल रही है, उसमें ऐसी मानसिकता के लोग जगह-जगह भरे पड़े हैं जो धर्म के नाम पर अपनी दुकानदारी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा इस देश में धार्मिक उन्माद फैलाना चाह रही है। लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा से यह कोशिश करते रहे हैं कि सामाजिक सदभाव बना रहे और इसके लिए जो भी उचित होता है, वह उसको करते हैं। इसी सोच की तहत सरकार ने मुसलमानों को रमजान के मौके पर छूट देने का फैसला लिया है। भाजपा के लोगों को हर चीज में बस धर्म ही दिखता है। ललन सिंह ने शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इन दिनों ’वाई प्लस’ और ’जेड प्लस’ की सुरक्षा रेवड़ी की तरह बांट रही है। नतीजा है कि ऐसे ऐसे लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है जो फर्जी लोग हैं। उन्होंने बिहार में चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी को हाल के दिनों में उपलब्ध कराई गई जेड और वाई श्रेणी की सुरक्षा पर कटाक्ष किया। ललन ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार सिर्फ स्टेट्स सिंबल के लिए लोगों को ऐसी सुरक्षा दे रही है। इसी के साथ उन्होंने मोदी सरकार में सुरक्षा फर्जीवाड़ा होने का आरोप लगाया। उन्होंने किरण भाई पटेल नामक एक ठग को केंद्र सरकार की ओर से मिली ’जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा का उदाहरण दिया। किरण पटेल खुद को पीएमओ का अधिकारी बताकर ’जेड प्लस सुरक्षा’ का लाभ लेता रहा। उसने जम्मू कश्मीर में एलजी से मुलाकात की। बैठकों में शामिल हुआ। फाइव स्टार होटल में ठहराया गया। लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसियां इन सबसे अनजान बनी रहीं। उन्होंने कहा इसी से पता चलता है कि जब केंद्र की मोदी सरकार ठग को ’जेड प्लस’ सुरक्षा दे रही है तो इसके बहाने वह बिहार में भी राजनीति कर रही है। जबकि ठग को सुरक्षा देना अपने आप में सुरक्षा से ही खिलवाड़ है। वहीं ओवैसी के बिहार दौरे पर ललन सिंह ने कहा कि बिहार में आने पर किसी को भी रोक नहीं है। बिहार में घूमने के लिए हर कोई स्वतंत्र है। अमित शाह भी आ रहे हैं तो आते रहे, 2015 में भी बिहार में कैंप किए हुए थे, क्या हुआ था?