पटना : पूर्व सांसद मीना सिंह और उनके बेटे विशाल सिंह ने रविवार को भाजपा का दामन थाम लिया। पटना के ज्ञान भवन में आयोजित सुषमा स्वराज पुरस्कार वितरण सह सदस्यता ग्रहण समारोह में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने पूर्व सांसद मीना सिंह और विशाल सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके साथ ही मीना सिंह के हजारों समर्थक भी इस मिलन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सांसद मीना सिंह ने कहा कि दो साल से जदयू के कार्यक्रम में उन्हें नहीं पूछा जा रहा था। आज इतनी भारी संख्या में जो समर्थक हैं, यही कमाई है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जदयू में पुराने लोगों को तब्बजो नहीं दे रहे हैं। वे राजद के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना लिए हैं, जो जदयू के कार्यकर्ताओं की भावना का आपमान है। इसलिए उन्होंने जंगलराज के प्रतीक रहे लोगों से हाथ मिलाने के नीतीश के निर्णय पर आपत्ति जताई और जदयू छोड़ा है। बिहार की जनता के हितों में काम करने के लिए उन्होंने भाजपा में शमिल होने का निर्णय लिया। इस दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि जदयू एक डूबता हुआ जहाज है जिसकी सवारी अब कोई नहीं करना चाहता है। जदयू के अंदर गृह युद्ध छिड़ा हुआ है और आने वाले समय में जदयू खत्म हो जाएगी। वहीं डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि मीना सिंह ने भाजपा का दामन थाम कर यह साबित किया है कि सीएम नीतीश का निर्णय गलत है। उनके नेता मजबूरी में उनके साथ हैं। जल्द ही और कई नेता जदयू छोड़ने वाले हैं। समारोह में प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, गोंडा से सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह, विधान परिषद में नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी, सांसद सुशील कुमार सिंह के साथ भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बता दें कि मीना सिंह रोहतास के बिक्रमगंज लोकसभा सीट और आरा संसदीय क्षेत्र से दो बार जदयू से सांसद रही हैं। मीना सिंह ने तीन मार्च को जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गई हैं। जदयू छोड़ने के बाद मीना सिंह ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जंगलराज के युवराज तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। इसके बाद से बिहार में पुराने दौर की वापसी नजर आ रही है। बिहार की जनता डरी हुई है यदि इसके बाद भी जदयू के साथ रहा तो जनता के साथ नाइंसाफी होगी। मीना सिंह का भाजपा में जाना जदयू के लिए एक बड़ा झटका है। मीना सिंह के जाने से आरा- रोहतास में राजपूत वोटर प्रभावित हो सकता है। मीना सिंह ने पति अजीत सिंह की मौत के बाद जदयू की टिकट पर बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र से 2008 का उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की थीं। मीना सिंह के पति 2004 में बिक्रमगंज लोकसभा सीट से सांसद बने थे। मौजूदा समय में मीना सिंह के बेटे विशाल सिंह नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन के अध्यक्ष हैं। साथ ही विक्रमगंज और आरा के इलाके में इनके परिवार की मजबूत पकड़ मानी जाती है। अब मीना सिंह का बेटे विशाल के साथ भाजपा में शामिल होना जदयू के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।