ट्रंप का अरब देशों से वादा: वेस्ट बैंक पर कब्जा नहीं करने देंगे इजरायल, गाजा में हालात भयावह
गाजा पट्टी में इजरायली हमलों के बीच स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि इलाके में अकाल जैसी स्थिति पैदा हो चुकी है। हजारों लोग भूख और बेघर होने की मार झेल रहे हैं, वहीं स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अब तक 65 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। बमबारी से मकान जमींदोज़ हो रहे हैं, सड़कें खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं और लाखों लोग पलायन को मजबूर हैं।
अरब देशों की बढ़ती बेचैनी
गाजा संकट ने अरब देशों की चिंता बढ़ा दी है। कतर की राजधानी दोहा में हाल ही में हुई बैठक में अरब नेताओं ने इजरायली हमलों पर गहरी नाराज़गी जताई। हालांकि सख्त बयानों और चर्चाओं के बावजूद इजरायल का सैन्य अभियान जारी है। अरब देशों पर अपने-अपने घरेलू दबावों की वजह से इजरायल के खिलाफ ठोस कदम उठाने का दबाव है।
अमेरिका का हस्तक्षेप
इस बीच, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अरब देशों के नेताओं से मुलाकात की। ट्रंप ने साफ आश्वासन दिया कि अमेरिका किसी भी हाल में इजरायल को वेस्ट बैंक पर स्थायी कब्जा नहीं करने देगा। ट्रंप का यह बयान अरब देशों के लिए राहत की तरह देखा जा रहा है, क्योंकि उनकी सबसे बड़ी चिंता यही थी कि मौजूदा युद्ध की आड़ में इजरायल वेस्ट बैंक पर कब्ज़ा जमाने की कोशिश कर सकता है।
नेतन्याहू पर कितना असर?
हालांकि अब सवाल यह है कि क्या अमेरिकी दबाव इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर असर डालेगा? नेतन्याहू की सरकार फिलिस्तीन मुद्दे पर अपने आक्रामक रुख के लिए जानी जाती है। वहीं, अरब देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें अब इस पर टिकी हैं कि अमेरिका अपने वादे पर कितना अमल कर पाता है।
आगे की राह
गाजा की जमीनी हकीकत बेहद गंभीर है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, यदि हालात पर काबू नहीं पाया गया तो मानवीय संकट और गहराएगा। अरब देशों की बेचैनी, अमेरिका का दबाव और इजरायल की नीतियां – आने वाले दिनों में इस संघर्ष के भविष्य को तय करेंगी।