सात लोग वहीं सो रहे थे, पांच को बचाया गया; जांच शुरू
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के वसंत विहार इलाके में स्थित एक रैन बसेरे में देर रात्रि भयंकर आग लग गई, जिसमें दो लोग झुलसकर काल के गाल में समा गए। पुलिस और अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि मौके पर मौजूद कुल सात लोग थे, जिनमें से पाँच को सुरक्षित बाहर निकाला गया जबकि दो की अस्पताल ले जाते समय या उसके बाद मौत हो गई।
दमकल दलों को देर रात सूचना मिलने के बाद चार-चार फायर टेंडर और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं और करीब डेढ़ घंटे के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। घटनास्थल पर मौजूद कंबस्टीबल वस्तुएँ—कंबल और गद्दे—जलने से आग तेजी से फैली, जो बचाव काम को मुश्किल कर रही थी।
प्रारम्भिक पहचान के अनुसार मृतकों के नाम अर्जुन (18) और विकास (42) बताए जा रहे हैं; दोनों की हालत गंभीर रूप से झुलसी हुई थी और डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और पोस्टमॉर्टेम तथा साक्ष्य-संग्रह की प्रक्रिया लगातार चल रही है।
स्थानीय निवासी और एनजीओ ने कहा है कि यह नाइट-शेल्टर एक NGO (SPYM) द्वारा संचालित था और सीमित जगह व ठिकाने की खस्ता हालत जैसे कारण इस हादसे को और घातक बना सकते हैं। कई समाचार रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि आग किस स्थान से शुरू हुई—किचन या किसी वाहन/बाइक के पास से—उसकी पुष्टि अभी फॉरेंसिक जांच के बाद ही होगी। अधिकारियों ने लापरवाही के सम्भावित पहलुओं की भी जांच का संकेत दिया है।
घटना ने राजधानी में बेघरों के लिए चलाये जा रहे आश्रयों की सुरक्षा-व्यवस्था, निगरानी और आपातकालीन तैयारियों पर सवाल उठा दिए हैं। प्रशासन ने आश्रयों की सुरक्षा-जाँच सख्त करने और ऐसे केन्द्रों में निगरानी बढ़ाने का आश्वासन दिया है, जबकि घटना की गहराई से तफ्तीश जारी है।
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