अघोरी और तांत्रिक कर रहे 5 दिन की तंत्र साधना

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दिवाली पर उज्जैन में तांत्रिकों का जमावड़ा

श्मशान में जलती चिताओं के बीच साधना शुरू

उज्जैन के श्मशानों में इन दिनों एक अलग ही दृश्य देखने को मिल रहा है। देशभर के तांत्रिक, अघोरी और साधक दिवाली से पहले उज्जैन पहुंचे हैं, जहां वे श्मशान साधना और तंत्र क्रियाएं कर रहे हैं। इन साधकों का मानना है कि दिवाली की रात तंत्र-मंत्र साधना के लिए सबसे शक्तिशाली मानी जाती है, जब देवी लक्ष्मी और महाकाल की कृपा एक साथ प्राप्त की जा सकती है।

सूत्रों के अनुसार, साधक 5 दिन तक लगातार जलती चिताओं के पास साधना करेंगे। इस दौरान वे काले वस्त्रों में, राख लगाकर और तंत्र सामग्री के साथ मंत्र जाप करते हैं। माना जाता है कि यह साधना धन प्राप्ति, सिद्धि और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए की जाती है।

महाकाल की नगरी उज्जैन में हर साल दिवाली के मौके पर इस तरह के तांत्रिक अनुष्ठान किए जाते हैं। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र श्मशान क्षेत्रों में कड़ी निगरानी और पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।

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