कार्तिक में भक्तों में उमड़ रहा श्रद्धा और भक्ति का सैलाब

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स्नान के उपरांत नागक्षेत्र सरोवर की परिक्रमा करते हुए श्रद्धालु।
स्नान के उपरांत नागक्षेत्र सरोवर की परिक्रमा करते हुए श्रद्धालु।

भक्ति का सैलाब

नागक्षेत्र में स्नान करके करते हैं सरोवर की परिक्रमा

5 को होगा हवन व दीपदान

सफीदों, (एस• के• मित्तल) : कार्तिक मास में भक्तों में श्रद्धा और भक्ति का सैलाब उमड़ रहा है। अखिल भारतीय ब्राह्मण संसद के प्रधान संजीव गौतम की अध्यक्षता में बड़ी तादाद में श्रद्धालु अल सुबह 5 बजे उठकर पैदल भजन-कीर्तन करते हुए नगर के ऐतिहासिक नागक्षेत्र सरोवर पर पहुंच रहे है। श्रद्धालु नागक्षेत्र सरोवर में स्नान करने के उपरांत पूजा-अर्चना करते हुए है और उसके उपरांत नागक्षेत्र सरोवर की परिक्रमा करके भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। संजीव गौतम ने बताया कि हिंदू धर्म में कार्तिक स्नान का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। साल के सभी महीनों में कार्तिक मास सबसे श्रेष्ठ है। शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास में ब्रह्म मुहूर्त (सूर्योदय से पहले) में पवित्र नदियों व सरोवर में स्नान करने से सभी सांसारिक पापों और कष्टों का शमन होता है और व्यक्ति को उनसे मुक्ति मिलती है। इस पवित्र महीने में स्नान, व्रत, दान और तुलसी पूजा करने से व्यक्ति मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर होता है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी भक्तों को धन, समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। गौतम ने बताया कि आगामी 5 नवंबर को प्रात: 5 बजे नागक्षेत्र सरोवर के तट पर विशाल हवन करके इस मासिक स्नान की पुर्णाहुति की जाएगी। उसी दिन सांय को नागक्षेत्र सरोवर व मंदिर में व्यापक दीपदान भी किया जाएगा। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे 5 नवंबर को सांय 6 बजे के बाद अपने घरों व मंदिरों को दीपों से प्रकाशमान करें और तीर्थों पर दीपदान करें।

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