चंडीगढ़ मामले में आज फैसला
चंडीगढ़ के एक हाई-प्रोफाइल मामले में आज जिला अदालत में आरोपी के खिलाफ सजा सुनाने की सुनवाई निर्धारित है। मामले में आरोप है कि आरोपी ने 2010 में एक एमबीए छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या की थी और बाद में दो और मामलों में भी उसकी संलिप्तता सामने आई—जिस पर अब कानूनी फैसला आने वाला है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी तक पहुंचने में लंबा समय लगा क्योंकि वह वर्षों तक जांच की परछाई से दूर रहा। फिर भी फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के बाद डीएनए मिलान के जरिए आरोपी का संबंध अपराध स्थलों से जोड़ दिया। जांच के दौरान सैकड़ों संदिग्धों के डीएनए प्रोफाइल लिए गए और कई परीक्षणों के बाद ही निर्णायक मैच सामने आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जद्दोजहद में 100 से अधिक डीएनए टेस्ट किए गए।
आरोपी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर मुकदमों में नामजद किया, के खिलाफ कई स्थानों पर चार्जशीट दाखिल की गई हैं। इनमें 2010 की एमबीए छात्रा की हत्या, 2022 में मिली एक महिला की हत्या और अन्य संबंधित मामलों के भी आरोप शामिल हैं। जांच एजेंसियां यह भी देख रही हैं कि आरोपी का किसी बड़े नेटवर्क से सम्बन्ध तो नहीं था।
पुलिस ने कहा कि डीएनए रिपोर्ट और अन्य फॉरेंसिक साक्ष्यों ने केस को मजबूत बनाया है, जिस कारण अभियोजन पक्ष ने कड़ी दलीलें पेश कीं। पीड़ित परिवार गुणवत्ता और समय की लंबी लड़ाई के बाद आज के फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यदि अदालत आरोपी को दोषी ठहराती है तो सजा संबंधी दावे—जिसमें उच्चतम दंड की मांग भी शामिल है—पर निर्णय होगा। जनता और सुरक्षा एजेंसियाँ इस सुनवाई पर नजर बनाए हुए हैं।
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