कानून के बराबर पालन की उठी मांग
भिवानी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मोनू मानेसर को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने उसे समाज में फूट डालने और नफरत फैलाने वाला व्यक्ति बताते हुए उसकी सार्वजनिक परेड कराने की मांग की। दिग्विजय सिंह का कहना था कि यदि कोई व्यक्ति कानून के खिलाफ काम करता है, तो उसे सार्वजनिक रूप से जवाबदेह ठहराना जरूरी है, ताकि लोगों में यह संदेश जाए कि कानून सबके लिए बराबर है।
अपने संबोधन में उन्होंने भाजपा पर तीखा राजनीतिक प्रहार भी किया। दिग्विजय ने कहा कि “भाजपा का खूंटा हमने ही आधा तोड़ा था, और अब उसे पूरा उखाड़ना भी हम ही जानते हैं।” उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में नई गर्माहट ला दी है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भाजपा समाज को बांटने वाली ताकतों को बढ़ावा देती है, जबकि उनकी पार्टी हमेशा से साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की पक्षधर रही है।
उन्होंने कहा कि मोनू मानेसर जैसे मामलों में सरकार का नरम रुख जनता की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि अपराधियों पर कार्रवाई पारदर्शी और कठोर हो, तो इससे जनता का भरोसा मजबूत होगा और समाज में डर या असुरक्षा की भावना कम होगी।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि आने वाले समय में उनकी पार्टी राज्य और देश की राजनीति में सकारात्मक बदलाव लाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने और भाजपा की नीतियों के खिलाफ मजबूती के साथ संघर्ष करने का संदेश दिया।
अंत में उन्होंने दोहराया कि समाज की एकता और न्याय व्यवस्था को सुरक्षित रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है, और ऐसे में अपराध और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है।
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