- इस साल 15 सितंबर से 29 नवंबर 2025 के दौरान हरियाणा में फसल के अवशेष जलाने की घटनाएं 6 साल के निचले स्तर पर आ गई हैं।
- कुल 659 मामले इस अवधि में दर्ज किए गए।
- 2021 के पीक साल की तुलना में यह गिरावट काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
क्या है स्टबल-बर्निंग और क्यों है यह महत्वपूर्ण
स्टबल-बर्निंग का मतलब है फसल के अवशेषों को खेत में जलाना। यह प्रदूषण बढ़ाने और स्वास्थ्य पर असर डालने वाला एक बड़ा कारण माना जाता है।
हरियाणा में इस साल इस पर नियंत्रण और किसानों की जागरूकता से स्टबल-बर्निंग की घटनाओं में काफी गिरावट देखी गई है।
राज्य सरकार और कृषि विभाग की भूमिका
- सरकार ने किसानों को अवशेष प्रबंधन के लिए जागरूकता अभियान और तकनीकी सहायता दी।
- कृषि विभाग ने पॉलिसी और प्रोत्साहन के जरिए किसानों को फसल अवशेष जलाने से रोकने के उपाय लागू किए।
- विशेषज्ञों का कहना है कि यह पर्यावरण और वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए सकारात्मक कदम है।
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